उत्तर प्रदेश की नौकरशाही में एक बड़ा फेरबदल सामने आया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसपी गोयल को प्रदेश का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया है, जो कि एक अहम प्रशासनिक पद है।
यह नियुक्ति कई मायनों में खास मानी जा रही है, क्योंकि एसपी गोयल ना केवल प्रशासनिक अनुभव से परिपूर्ण हैं बल्कि योगी सरकार में वह पहले ही एक भरोसेमंद अधिकारी के रूप में स्थापित हो चुके हैं।
👉 यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के प्रशासनिक ढांचे को और अधिक चुस्त-दुरुस्त करना चाहते हैं, ताकि विकास कार्यों की रफ्तार और तेज़ की जा सके।
📌 हाल ही में सीएम योगी ने गोरखपुर में 11 मंज़िला बैरक टावर का उद्घाटन किया था, जो उनकी प्रशासनिक प्राथमिकताओं को दर्शाता है।
एसपी गोयल: एक परिचय
एसपी गोयल (Shashi Prakash Goyal) 1989 बैच के वरिष्ठ IAS अधिकारी हैं।
उन्होंने पंजाब कैडर से अपने प्रशासनिक करियर की शुरुआत की थी, लेकिन जल्दी ही वह उत्तर प्रदेश कैडर में स्थानांतरित हो गए।
वह IIT रुड़की से स्नातक हैं और उन्हें प्रशासनिक सटीकता, संयम और विवेक के लिए जाना जाता है।
उनका पूरा सेवाकाल बहुआयामी रहा है — उन्होंने न केवल राज्य सरकार बल्कि केंद्र सरकार के भी कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों में अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं।
प्रशासनिक सफर: अनुभव का समुंदर
एसपी गोयल का प्रशासनिक अनुभव चार दशकों तक फैला हुआ है। उन्होंने राज्य सरकार में आबकारी, नगरीय विकास, औद्योगिक विभाग जैसे विभागों का नेतृत्व किया है।
👉 वहीं केंद्र सरकार में वह रेलवे बोर्ड के सचिव और नागरिक उड्डयन मंत्रालय में संयुक्त सचिव जैसे पदों पर कार्य कर चुके हैं।
उन्होंने केंद्र की तरफ से नीति निर्माण और प्रोजेक्ट निगरानी जैसे कार्यों को बखूबी निभाया है।
उनके नाम के साथ “no-nonsense bureaucrat” की पहचान जुड़ी रही है, जो किसी भी राजनीतिक दबाव से ऊपर रहकर कार्य करते हैं।
UP के वरिष्ठ IAS शशि प्रकाश गोयल (1989) नए मुख्य सचिव बनाए गए,इस से पहले एडिशनल चीफ सेक्रेटरी(ACS) पद पर थे,एसपी गोयल CM योगी के सबसे विश्वस्त अफसरों में से थे,आज पूर्व CS मनोज कुमार सिंह ने उन्हें अपना चार्ज सौंपा.@ChiefSecyUP pic.twitter.com/W23bo1HAn3
— Abhishek Dwivedi /अभिषेक द्विवेदी 🇮🇳 (@Dubeyjilive) July 31, 2025
योगी सरकार से विशेष संबंध
एसपी गोयल का नाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों की सूची में सबसे ऊपर आता है।
वह पिछले कार्यकाल में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के रूप में कार्यरत थे, और इसी भूमिका में उन्होंने मुख्यमंत्री के कई महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट्स को जमीनी स्तर पर लागू कराया।
मुख्यमंत्री की प्रशासनिक शैली को समझने, उनके विजन को लागू करने और संवेदनशील मुद्दों को संभालने में एसपी गोयल की भूमिका हमेशा महत्वपूर्ण रही है।
➡️ यही कारण है कि मुख्यमंत्री ने उन्हें उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य का मुख्य सचिव नियुक्त करने में कोई संकोच नहीं किया।
हर राजनीतिक सत्ता में निभाई जिम्मेदारी
एसपी गोयल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह राजनीति से परे रहकर कार्य करते हैं।
चाहे सरकार सपा की हो, बसपा की, कांग्रेस की या भाजपा की — हर दौर में उन्हें अहम प्रशासनिक जिम्मेदारियां मिलीं।
👉 उन्होंने कभी भी मीडिया में अपनी मौजूदगी को प्रचार का माध्यम नहीं बनाया, बल्कि हमेशा बैकएंड से शांति और कुशलता से काम करते रहे।
उनकी यह कार्यशैली उन्हें राजनीतिक अस्थिरता के दौर में भी स्थिरता का प्रतीक बनाती है।
नियुक्ति का प्रशासनिक संदेश
एसपी गोयल की मुख्य सचिव पद पर नियुक्ति केवल एक प्रशासनिक बदलाव नहीं है, यह एक गहरा राजनीतिक और रणनीतिक संकेत भी है।
यह बताता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब प्रशासनिक ढांचे में ऐसे अधिकारियों को जगह देना चाहते हैं जो उनके विकासात्मक विज़न को निष्पक्ष रूप से लागू कर सकें।
यह नियुक्ति वरिष्ठता, योग्यता और कार्यनिष्ठा तीनों का सम्मान है, जो प्रदेश के अन्य अधिकारियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत भी बनेगा।
भविष्य की जिम्मेदारियां और चुनौतियां
उत्तर प्रदेश एक विशाल और विविधताओं से भरा राज्य है, जहां अपराध नियंत्रण, विकास योजनाएं, और निवेश आकर्षण जैसे अनेक क्षेत्र हैं जो किसी भी मुख्य सचिव के लिए चुनौतीपूर्ण होते हैं।
एसपी गोयल के सामने कुछ प्रमुख प्राथमिकताएं होंगी:
- माफिया एवं संगठित अपराधों पर सख्ती
- मुख्यमंत्री की निवेश नीतियों को प्रभावी बनाना
- योजनाओं की जमीनी मॉनिटरिंग
- कानून व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही
इन सभी को संतुलित ढंग से संभालना ही उनकी कार्यकुशलता की असली परीक्षा होगी।
प्रशासनिक स्थिरता का नया अध्याय
एसपी गोयल की मुख्य सचिव के रूप में नियुक्ति उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था के लिए एक मजबूत स्तंभ साबित हो सकती है।
वह न केवल अनुभवी हैं, बल्कि उन्होंने हर प्रकार की राजनीतिक स्थितियों में खुद को निष्पक्ष और कार्यदक्ष साबित किया है।
👉 उनकी नियुक्ति यह दर्शाती है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब ऐसे अधिकारियों के साथ कार्य करना चाहते हैं जो न केवल राजनीतिक रूप से भरोसेमंद हों, बल्कि नीतियों को क्रियान्वित करने में भी तेज़ और प्रभावशाली हों।
एसपी गोयल का करियर, उनकी कार्यशैली और मुख्यमंत्री के साथ उनकी समझदारी उन्हें उत्तर प्रदेश की नौकरशाही में एक स्थायी प्रभाव छोड़ने वाला अधिकारी बना सकता है।
✍️ आपकी क्या राय है एसपी गोयल की नियुक्ति पर? क्या ये कदम उत्तर प्रदेश को और बेहतर प्रशासन की ओर ले जाएगा? नीचे कमेंट में अपनी राय ज़रूर दें।