बुर्ज खलीफ़ा पर Modi@75 का जश्न
दुबई का Burj Khalifa, जिसे दुनिया की सबसे ऊँची इमारत कहा जाता है, हर खास मौके पर अपनी शानदार लाइटिंग और डिज़ाइन के लिए मशहूर है। इस बार यह चर्चा में इसलिए रहा क्योंकि यहाँ पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन का भव्य जश्न मनाया गया। बुर्ज खलीफ़ा पर रात के समय PM मोदी की तस्वीर और जन्मदिन की शुभकामनाएँ जगमगाईं।
यह नज़ारा न सिर्फ़ दुबई बल्कि दुनिया भर में भारतीय समुदाय के लिए गर्व का पल था। हजारों लोग वहाँ मौजूद थे जिन्होंने इस यादगार पल को कैमरे में कैद किया और सोशल मीडिया पर शेयर किया।
#WATCH | Dubai’s Burj Khalifa illuminated tonight with the images of PM Narendra Modi, on the occasion of his 75th birthday. pic.twitter.com/gamw6cRaoq
— ANI (@ANI) September 17, 2025
बुर्ज खलीफ़ा पर PM मोदी की तस्वीर और संदेश
Burj Khalifa की LED स्क्रीन पर इस खास दिन PM मोदी का बड़ा पोर्ट्रेट उभरा, जिस पर लिखा था “Happy Birthday PM Narendra Modi”। इमारत पर रोशनी के शानदार रंग संयोजन और ग्राफ़िक्स ने इस नज़ारे को और भी खास बना दिया।
भारतीय प्रवासी बड़ी संख्या में वहाँ पहुंचे और इस भव्य दृश्य को देखकर “भारत माता की जय” और “मोदी-मोदी” के नारे लगाए। वहाँ मौजूद लोगों का कहना था कि यह सिर्फ़ जन्मदिन का उत्सव नहीं बल्कि भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा और अंतरराष्ट्रीय रिश्तों का प्रतीक है।
भारत में Modi@75 का जश्न
भारत में PM मोदी के जन्मदिन को लेकर कई कार्यक्रम हुए। जगह-जगह सेवा कार्य, रक्तदान शिविर, पौधारोपण और स्वच्छता अभियान चलाए गए। यह अवसर केवल व्यक्तिगत उत्सव नहीं बल्कि उनके शासन की उपलब्धियों का भी प्रतिबिंब रहा। ऐसा ही कुछ हमने पिछले लेख “PM मोदी के 75 वर्ष: स्वच्छ भारत से जन धन तक, 10 अभियान जिन्होंने उनकी सरकार की दिशा तय की” में देखा था, जहाँ स्वच्छ भारत मिशन, जन धन योजना और अन्य अभियानों का विवरण था जो मोदी सरकार की दिशा निर्धारित करने में सहायक रहे।
- भाजपा कार्यकर्ताओं ने देशभर में सेवा सप्ताह शुरू किया।
- अस्पतालों में रक्तदान शिविर और स्वास्थ्य जांच कैंप लगाए गए।
- गरीबों और ज़रूरतमंदों को भोजन और दवाइयाँ वितरित की गईं।
यह उत्सव दर्शाता है कि नरेंद्र मोदी का जन्मदिन केवल राजनीतिक कार्यक्रम नहीं बल्कि जनभागीदारी और सामाजिक सेवा का अवसर भी बन गया है।
दुनिया से मिली शुभकामनाएँ
PM मोदी के जन्मदिन पर सिर्फ़ भारत ही नहीं बल्कि कई देशों के नेताओं और हस्तियों ने बधाई संदेश भेजे।
- अमेरिका, जापान, रूस और यूरोप के कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर शुभकामनाएँ दीं।
- संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की ओर से बुर्ज खलीफ़ा की यह रोशनी भारत और UAE की मजबूत दोस्ती का प्रतीक मानी गई।
- कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया हाउसेज़ ने इसे कवर किया और इसे भारत की ग्लोबल इमेज से जोड़ा।
देश-विदेश से अनगिनत शुभकामना संदेशों को पाकर मैं अभिभूत हूं, भावुक हूं। इन संदेशों में अपार आशीर्वाद के साथ-साथ स्नेह का जो भाव है, वो बहुत प्रेरित करने वाला है। आप सब मेरा परिवार हैं। मैं अपने हर परिवारजन का हृदय से आभार प्रकट करता हूं।
— Narendra Modi (@narendramodi) September 17, 2025
बुर्ज खलीफ़ा पर पहले भी हुए भारतीय जश्न
यह पहली बार नहीं है जब बुर्ज खलीफ़ा किसी भारतीय मौके पर जगमगाया हो।
- गांधी जयंती,
- भारत का स्वतंत्रता दिवस,
- और महात्मा गांधी की 150वीं जयंती
जैसे मौकों पर भी Burj Khalifa भारतीय रंगों में रोशन हुआ था। लेकिन इस बार का आयोजन और भी खास था क्योंकि यह किसी जीवित नेता को सम्मान देने के लिए किया गया, जो बेहद दुर्लभ है।
कूटनीतिक और सांस्कृतिक महत्व
दुबई में हुई इस लाइटिंग का महत्व केवल एक उत्सव तक सीमित नहीं है। यह भारत और UAE के गहरे रिश्तों को भी दर्शाता है।
- यह आयोजन भारत की Soft Power Diplomacy को मजबूत करता है।
- भारतीय प्रवासी जो खाड़ी देशों में बड़ी संख्या में रहते हैं, उनके लिए यह गर्व का क्षण है।
- यह संदेश देता है कि भारत का नेतृत्व अब केवल देश तक सीमित नहीं बल्कि वैश्विक मंच पर भी प्रभावशाली है।
सोशल मीडिया पर Modi@75 ट्रेंड
Twitter, Instagram और Facebook पर #ModiAt75 और #BurjKhalifa ट्रेंड करते रहे। लाखों लोगों ने Burj Khalifa के वीडियो और तस्वीरें शेयर कीं।
- युवा वर्ग ने इसे भारत की नयी पहचान से जोड़ा।
- कई लोगों ने लिखा कि यह पल भारत की विकास यात्रा का प्रतीक है।
- वहीं NRIs ने कहा कि इससे उन्हें गर्व महसूस हुआ कि उनका देश अब हर बड़े मंच पर पहचाना जाता है।
पाठकों से सवाल
दुबई के Burj Khalifa पर PM मोदी का जन्मदिन मनाया जाना केवल एक समारोह नहीं बल्कि भारत की बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा का संकेत है। यह भारतीय प्रवासियों के लिए गर्व का क्षण रहा और भारत-UAE रिश्तों को नई मजबूती देने वाला पल भी।
👉 अब सवाल यह है कि आपको क्या लगता है, क्या इस तरह के अंतरराष्ट्रीय सम्मान से भारत की ग्लोबल छवि और मज़बूत होगी? अपनी राय हमें कमेंट सेक्शन में ज़रूर बताएँ।