नई पहल से भ्रष्टाचार पर लगेगा लगाम
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लुधियाना से राज्य में एक बड़ी डिजिटल पहल की शुरुआत की है। इस नई व्यवस्था के तहत परिवहन विभाग से जुड़ी सभी सेवाएं अब ‘Faceless’ यानी बिना दफ्तर गए ऑनलाइन उपलब्ध होंगी।
इसका उद्देश्य है – पारदर्शिता बढ़ाना, बिचौलियों का अंत करना और जनता को सुविधा देना।
लुधियाना के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTA) पर ताला लगाकर इसे प्रतीकात्मक रूप से बंद किया गया, ताकि जनता को संदेश मिले कि अब भ्रष्टाचार का दौर खत्म हो चुका है।
अब घर बैठे बनेगा ड्राइविंग लाइसेंस
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब राज्य के लोग ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण, परमिट, ट्रांसफर और अन्य दस्तावेजों से जुड़ी सभी सेवाएं बिना किसी अधिकारी या एजेंट के ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे।
साथ ही, नागरिकों के लिए 1076 हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, जहां फोन करके लोग सहायता ले सकते हैं या शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
इस फैसले के बाद पंजाब देश का ऐसा राज्य बन गया है जो डिजिटल ट्रांसपोर्ट गवर्नेंस को पूरी तरह लागू कर रहा है।
RTO Office में लग गया ताला 🔒🔥
👉 पंजाब के RTO में वाहनों के Registration और Licence जैसी 56 सुविधाओं को और भी आसान बनाने के लिए ‘Faceless RTO Services’ शुरू हुई…. pic.twitter.com/ANQkFsYtDt
— AAP (@AamAadmiParty) October 29, 2025
RTA दफ्तर पर लगा ताला बना बदलाव का प्रतीक
लुधियाना में आयोजित कार्यक्रम के दौरान CM भगवंत मान और CM अरविंद केजरीवाल ने मिलकर RTA ऑफिस का गेट ताला लगाकर बंद किया।
मान ने कहा, “अब जनता को किसी अधिकारी के आगे-पीछे नहीं घूमना पड़ेगा। अब सिस्टम जनता के पास आएगा, न कि जनता सिस्टम के पास।”
केजरीवाल ने भी कहा कि यह कदम जनता को सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक शुरुआत है।
जनता को मिलेगी पारदर्शी और तेज़ सेवा
सरकार का कहना है कि नई ‘Faceless’ Transport Services से अब हर नागरिक बिना किसी भ्रष्टाचार या देरी के अपने जरूरी काम घर से ही कर सकेगा।
ऑनलाइन प्रक्रिया से न केवल समय की बचत होगी बल्कि हर आवेदन की ट्रैकिंग और रिकॉर्ड भी पारदर्शी तरीके से बनी रहेगी।
इस पहल के ज़रिए पंजाब सरकार का मकसद है कि लोग सरकारी दफ्तरों की लाइन और रिश्वतखोरी से मुक्त हो सकें।
डिजिटल पंजाब की दिशा में बड़ा कदम
पंजाब के लिए यह पहल सिर्फ परिवहन विभाग तक सीमित नहीं है। मुख्यमंत्री मान ने घोषणा की कि आने वाले महीनों में अन्य विभागों को भी इसी तरह फेसलेस सिस्टम में लाया जाएगा।
यह कदम राज्य को “Digital Punjab” की दिशा में आगे बढ़ाएगा।
केजरीवाल-मॉडल की झलक पंजाब में
दिल्ली में पहले से लागू फेसलेस सर्विस मॉडल को पंजाब में अपनाया गया है।
दिल्ली सरकार ने पहले ही ड्राइविंग लाइसेंस, व्हीकल रजिस्ट्रेशन जैसी सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराई थीं। अब पंजाब में भी इसी मॉडल को लागू करके लोगों को समान सुविधा दी जा रही है।
केजरीवाल ने कहा कि “हमने दिल्ली में जो मॉडल बनाया था, वह भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मिसाल बन गया। अब पंजाब उस राह पर चल रहा है।”
लोगों की पहली प्रतिक्रिया
लुधियाना और जालंधर के कई नागरिकों ने इस कदम का स्वागत किया है। लोगों का कहना है कि अगर यह व्यवस्था पूरी तरह लागू हो जाती है तो उन्हें अब किसी एजेंट या दलाल को पैसा देने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
कई युवाओं ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह बदलाव ‘Ease of Living’ की दिशा में बड़ा कदम है।
सरकारी कर्मचारियों की भूमिका और जिम्मेदारी
CM मान ने साफ कहा कि सरकारी कर्मचारियों का उद्देश्य जनता की सेवा करना है, न कि जनता को परेशान करना।
उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी इस प्रणाली में सहयोग नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
भ्रष्टाचार पर सख्त रुख
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि उनकी सरकार का लक्ष्य पंजाब से भ्रष्टाचार को पूरी तरह खत्म करना है।
उन्होंने कहा, “हमने पहले भी रिश्वतखोरी और बिचौलियों के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। अब यह डिजिटल पहल भ्रष्टाचार की जड़ को खत्म कर देगी।”
ड्राइविंग टेस्ट और दस्तावेज़ सत्यापन भी होगा आसान
सरकार ने यह भी बताया कि ऑनलाइन ड्राइविंग टेस्ट बुकिंग, दस्तावेज़ अपलोड और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया भी पूरी तरह डिजिटलीकृत होगी।
आवेदक को केवल आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करने होंगे और टेस्ट का समय ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे दफ्तरों में भीड़ कम होगी और कार्यवाही तेज़ होगी।
1076 हेल्पलाइन नंबर से बढ़ेगा भरोसा
नई व्यवस्था के तहत जारी 1076 हेल्पलाइन नंबर नागरिकों के लिए एक सीधा संपर्क माध्यम होगा।
इस नंबर पर कोई भी व्यक्ति सेवा से जुड़ी शिकायत या जानकारी प्राप्त कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नंबर जनता की आवाज़ सरकार तक पहुंचाने का काम करेगा।
संबंधित खबर से जुड़ी अपडेट
हाल ही में पंजाब में भ्रष्टाचार और प्रशासनिक सुधार से जुड़ी एक और खबर सामने आई थी, जिसमें एक सस्पेंडेड पुलिस अधिकारी के खिलाफ disproportionate assets केस दर्ज हुआ था।
इससे सरकार की साफ नीयत का संकेत मिलता है कि वह हर स्तर पर पारदर्शिता लाना चाहती है।
पूरा विवरण पढ़ें 👉 सस्पेंडेड पंजाब DIG के खिलाफ केस
आम आदमी पार्टी की नई छवि गढ़ने की कोशिश
AAP सरकार लगातार यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि वह केवल घोषणाओं तक सीमित नहीं है बल्कि जमीन पर बदलाव ला रही है।
फेसलेस ट्रांसपोर्ट सर्विस इसका बड़ा उदाहरण है, जहां जनता सीधे सिस्टम से जुड़ रही है।
लुधियाना बना डिजिटल गवर्नेंस का केंद्र
लुधियाना से इस सेवा की शुरुआत होना अपने आप में खास है क्योंकि यह पंजाब का औद्योगिक केंद्र है।
अब व्यापारियों, ट्रांसपोर्टर्स और आम नागरिकों को हर सेवा के लिए दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
जनता को मिलने वाले मुख्य लाभ
- ऑनलाइन सुविधा: घर बैठे सभी ट्रांसपोर्ट सेवाएं।
- समय की बचत: कोई लंबी कतार नहीं।
- भ्रष्टाचार समाप्त: एजेंटों और रिश्वत से मुक्ति।
- पारदर्शी ट्रैकिंग सिस्टम: हर आवेदन की स्थिति ऑनलाइन दिखेगी।
- डिजिटल रिकॉर्ड: दस्तावेज़ हमेशा सुरक्षित रहेंगे।
भविष्य की योजना और विस्तार
मुख्यमंत्री ने संकेत दिए कि आने वाले समय में राजस्व, बिजली और अन्य विभागों को भी फेसलेस बनाया जाएगा।
इससे सरकारी कार्य प्रणाली और भी आधुनिक व जवाबदेह बनेगी।
निष्कर्ष
पंजाब में शुरू की गई यह ‘Faceless Transport Services’ सिर्फ एक प्रशासनिक बदलाव नहीं बल्कि नागरिक सशक्तिकरण का प्रतीक है।
CM भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल की यह पहल राज्य को डिजिटल, पारदर्शी और भ्रष्टाचार-मुक्त शासन की दिशा में आगे बढ़ा रही है।
जनता की उम्मीदें अब इस बात पर टिकी हैं कि यह व्यवस्था कितनी प्रभावी ढंग से लागू होती है और क्या वाकई इससे भ्रष्टाचार का अंत होगा।




















