देश के गृह मंत्री अमित शाह रविवार शाम वाराणसी पहुंचे। उनका यह दौरा इसलिए खास है क्योंकि वे यहां केंद्रीय क्षेत्रीय परिषद (Central Zonal Council) की 25वीं बैठक की अध्यक्षता करने आए हैं। यह बैठक वाराणसी के बाबतपुर स्थित एक होटल में सोमवार को आयोजित की जा रही है। बैठक का उद्देश्य राज्यों के बीच आपसी समन्वय को मज़बूत करना और राष्ट्रीय हितों से जुड़े मुद्दों पर मिल-जुलकर काम करना है।
🔹 बैठक का उद्देश्य: राज्यीय समन्वय से राष्ट्रीय विकास तक
केंद्रीय क्षेत्रीय परिषद का गठन राज्यों के बीच बेहतर सहयोग और प्रशासनिक समन्वय के लिए किया गया है। इस बार की बैठक में जिन मुद्दों को प्राथमिकता दी गई है, उनमें प्रमुख हैं:
- सीमावर्ती सुरक्षा को और मजबूत बनाना
- नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति स्थापना
- राज्य और केंद्र की योजनाओं का एकीकृत क्रियान्वयन
- सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़े प्रोजेक्ट्स की समीक्षा
- सीमा विवाद और प्रशासनिक समन्वय के विषय
यह बैठक विभिन्न राज्यों के आपसी सहयोग की दिशा में एक अहम प्रयास मानी जा रही है।
🟢 कौन-कौन हैं शामिल?
इस बैठक में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, गृह सचिव और अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शामिल हो रहे हैं। विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस बैठक में भाग ले रहे हैं।
बैठक से पहले सभी प्रतिनिधियों के स्वागत के लिए वाराणसी प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की थीं। एयरपोर्ट से लेकर बैठक स्थल तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए।
मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25 वी बैठक गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में शुरू जिसमें चार राज्यों के सीएम सहित 100 विशिष्टजन है मौजूद #kashi #varanasi #amitshah #madhyakashtrabaithak #cm pic.twitter.com/p091UNcwCT
— Sushant Mukherjee (@nnsushant) June 24, 2025
🔸 गृह मंत्री का एजेंडा: सुरक्षा और विकास दोनों
अमित शाह ने अपने आगमन के तुरंत बाद सुरक्षा व्यवस्था और बैठक की रूपरेखा की जानकारी ली। यह बैठक इस दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है कि गृह मंत्रालय और नीति आयोग दोनों इसमें भागीदार होते हैं।
शाह का उद्देश्य है कि चारों राज्यों के बीच प्रशासनिक एकता को बढ़ावा मिले और विभिन्न परियोजनाओं में आने वाली रुकावटों को दूर किया जा सके। इसके साथ ही आंतरिक सुरक्षा, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास, और सीमा क्षेत्रों में सहयोग भी एजेंडा में शामिल हैं।
🟡 केंद्रीय क्षेत्रीय परिषद क्या है और इसकी भूमिका क्या होती है?
केंद्रीय क्षेत्रीय परिषद भारत सरकार द्वारा स्थापित पांच क्षेत्रीय परिषदों में से एक है। इसका उद्देश्य राज्यों के बीच सहयोग को बढ़ाना है। इसमें प्रमुखता से नीचे दिए गए क्षेत्रों पर ध्यान दिया जाता है:
- आपसी विवादों का समाधान
- योजनाओं का समन्वय
- प्रशासनिक सहयोग
- केंद्र और राज्य के बीच बेहतर संवाद
25वीं बैठक का आयोजन वाराणसी जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक नगर में किया जाना भी इस बात को दर्शाता है कि केंद्र सरकार पूर्वांचल को कितना महत्व दे रही है।
🔵 बैठक स्थल पर प्रशासनिक तैयारियां
वाराणसी के बाबतपुर स्थित लग्ज़री होटल में बैठक के आयोजन को लेकर प्रशासन ने विशेष तैयारियां कीं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की तैनाती के साथ-साथ ट्रैफिक रूट्स को भी पुनर्निर्धारित किया गया।
सुरक्षा एजेंसियों ने बैठक स्थल पर चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि आम नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए वैकल्पिक मार्ग भी तय किए गए।
गौरतलब है कि भारत में इस प्रकार की बहुपक्षीय बैठकों का असर सिर्फ प्रशासनिक स्तर पर नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण होता है।
ईरान-इज़राइल संघर्ष पर हमारी पिछली रिपोर्ट में भी उल्लेख किया गया था कि क्षेत्रीय स्थिरता किस प्रकार वैश्विक नीतियों से जुड़ी होती है।