मेरठ में मामूली बात को लेकर एक मोबाइल कारोबारी की पड़ोसी दुकानदार द्वारा पिटाई कर दी गई. पीड़ित की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर में रहने वाले रोहित कुमार मोबाइल की दुकान चलाते हैं. उनके पड़ोस में रहने वाले सचिन लाला भी एक दुकानदार हैं. दोनों के बीच अक्सर किसी न किसी बात को लेकर विवाद होता रहता है. शनिवार को भी दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया. आरोप है कि सचिन लाला ने रोहित कुमार को पीटना शुरू कर दिया. रोहित कुमार ने शोर मचाया तो आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और उन्हें बचाया।
पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपी सचिन लाला की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. Latest meerut news के लिए हमसे जुड़े।
यह घटना मेरठ में बढ़ती हिंसा की एक और मिसाल है. लोगों को चाहिए कि वे आपसी विवादों को शांति से सुलझाएं और हिंसा का सहारा न लें।
पीड़ित का बयान
जानकारी के मुताबिक सचिन लाला रोहित से अपनी दुकान का शटर बंद करने की बात कह कर घर चला गया था। रोहित दुकान में ज्यादा काम होने के कारण शटर गिराना भूल गया।
रोहित का आरोप है कि दुपहर बाद जब सचिन वापस पहुंचा तो दुकान का शटर खुला देखा और वह गुस्से में आकर अपने दोस्तों को इखट्टा कर रोहित को दुकान में बंद किया और फिर उसे बोहोत मारा फिर शोर होने पर आरोपी रोहित को घायल अवस्था में छोड़कर भाग गए।
पुलिस का बयान
पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपी सचिन लाला की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
पीड़ित रोहित कुमार की हालत गंभीर बनी हुई है. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनके सिर, चेहरे और शरीर पर कई जगह चोटें आई हैं. डॉक्टरों का कहना है कि रोहित कुमार को अभी भी होश नहीं आई है.
हिंसा की बढ़ती घटनाएं
मेरठ में हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं. पिछले कुछ दिनों में शहर में कई हिंसक घटनाएं हुई हैं. इन घटनाओं में कई लोग घायल हुए हैं और कुछ लोगों की मौत भी हो गई है. पुलिस ने इन घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए हैं, लेकिन अभी भी हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं.
लोगों से अपील
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे आपसी विवादों को शांति से सुलझाएं और हिंसा का सहारा न लें. पुलिस का कहना है कि हिंसा से किसी का भला नहीं होता है.