फिर एक बार मानवता शर्मसार
उत्तर प्रदेश के मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। चलती कार में तीन युवकों द्वारा एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप की शर्मनाक वारदात हुई। इस घटना को और भी भयावह तब बना दिया गया जब पीड़िता की 19 वर्षीय मित्र को आरोपियों ने चलती गाड़ी से बाहर फेंक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
इस रिपोर्ट का उद्देश्य केवल सूचना देना नहीं, बल्कि समाज में जागरूकता और संवेदनशीलता बढ़ाना है — ताकि भविष्य में कोई और बेटी ऐसी यातना न झेले।
🔴 घटना का क्रम: कब, क्या और कैसे हुआ
यह भयावह घटना शुक्रवार देर रात की है, जब दो लड़कियाँ — एक नाबालिग और दूसरी 19 वर्षीय — दिल्ली से गाजियाबाद होते हुए अपने घर लौट रही थीं। रास्ते में उन्होंने मेरठ के पास एक कार से लिफ्ट ली, जिसमें पहले से तीन युवक मौजूद थे।
कैसे बना भरोसा घात
- लड़कियों ने कार रोकने का इशारा किया
- कार सवार तीन युवकों ने उन्हें गंतव्य तक छोड़ने की बात कही
- कुछ दूर चलते ही युवकों ने कार का रुख बदला और लड़की के विरोध पर हिंसक हो गए
यह भरोसे का घात कुछ वैसा ही था जैसा कुछ समय पहले मेरठ के सलावा कॉलेज में एक छात्रा के साथ झूठे आरोपों के मामले में देखा गया था, जहाँ सच्चाई सामने आने में वक्त लगा और अफवाहों ने हालात को बिगाड़ा।
चलती कार में दहशत और दरिंदगी
🔴 नाबालिग के साथ तीनों युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया
🔴 विरोध करने पर उसकी 19 वर्षीय मित्र को मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर चलती गाड़ी से धक्का दे दिया गया
🔴 लड़की को सिर में गंभीर चोटें आईं, और बाद में अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया
UP Minor Gang-Raped In Moving Car, Friend Dies After Being Thrown On Roadhttps://t.co/8Q4ds1m9Mt pic.twitter.com/TbDZ4EoNfv
— NDTV (@ndtv) May 11, 2025
🔴 अस्पताल में पीड़िता की हालत
नाबालिग पीड़िता को स्थानीय लोगों द्वारा बुलंदशहर जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज जारी है। डॉक्टरों के अनुसार:
- उसकी शारीरिक स्थिति स्थिर है, लेकिन मानसिक स्थिति अत्यंत आहत है
- मेडिकल रिपोर्ट में सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि हुई है
- उसकी काउंसलिंग के लिए विशेष मनोवैज्ञानिक नियुक्त किए गए हैं
🔴 आरोपी कौन थे और कैसे हुई गिरफ्तारी?
पुलिस जांच में सामने आया कि तीनों आरोपी बुलंदशहर जिले के निवासी हैं, जिनकी उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच है। इनमें से एक आरोपी पीड़िता को पहले से जानता था।
#WATCH | Bulandshahr, UP | SSP Dinesh Kumar Singh says, “On 7 May in Khurja Nagar PS, a girl informed that on the evening of 6 May, Sandeep and Amit, who were her friends, and another female friend were in a car. Also in the vehicle was another male, whom they did not know, but… pic.twitter.com/FRb6g8q2zl
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 10, 2025
मुठभेड़ के बाद हुई गिरफ्तारी
- आरोपियों की लोकेशन ट्रेस कर पुलिस ने उन्हें घेराबंदी में लिया
- भागने की कोशिश में दो आरोपियों के पैर में गोली लगी
- तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया और मेडिकल जांच के बाद हिरासत में भेजा गया
🔴 दर्ज धाराएं और कानूनी प्रक्रिया
इस मामले में पुलिस ने तत्काल निम्न धाराएं लगाईं:
- भारतीय दंड संहिता की धारा 376D (गैंगरेप)
- 302 (हत्या)
- 307 (हत्या का प्रयास)
- POCSO Act की सुसंगत धाराएं
- अपहरण और आपराधिक साजिश से संबंधित धाराएं
पुलिस ने फास्ट ट्रैक कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
🔴 परिवार की प्रतिक्रिया और भावनाएं
पीड़िता की मां ने कहा:
“हमें सिर्फ इंसाफ चाहिए। मेरी बेटी को जो सहना पड़ा, वह किसी और बेटी के साथ न हो।”
मृतक लड़की के पिता ने कहा कि बेटी बेहद होशियार और स्वाभिमानी थी।
“लड़की ने विरोध किया, इसलिए उसे जान से मार दिया गया।”
यह मामला कहीं न कहीं मुस्कान जैसी घटनाओं की याद भी दिलाता है, जहाँ सोशल मीडिया और झूठे रिश्तों ने मासूम जिंदगियों को बर्बाद कर दिया।
🔴 समाज की चेतावनी और आक्रोश
घटना के बाद स्थानीय समाज में भारी रोष है। कई संगठनों ने न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा गरम है।
🔴 प्रशासन का जवाब और पुलिस की भूमिका
मेरठ रेंज के आईजी ने कहा:
“इस मामले में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। फास्ट ट्रैक ट्रायल कराकर आरोपियों को सजा दिलाई जाएगी।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
🔴 सबक और सुझाव: अब और नहीं
यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है। नाबालिगों को सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी न केवल सरकार की है, बल्कि समाज की भी है।
पाठकों के लिए कुछ सुझाव:
- अजनबी वाहनों से लिफ्ट लेने से बचें
- महिला सुरक्षा ऐप जैसे ‘112 इंडिया’, ‘Raksha’ या ‘CitizenCOP’ का प्रयोग करें
- संकट में होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें
🔴 इंसाफ की उम्मीद और सामाजिक जागरूकता
यह घटना न केवल एक परिवार का दुःख है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक सवाल है — क्या हमारी सड़कें बेटियों के लिए सुरक्षित हैं?
हमें न केवल न्याय की मांग करनी है, बल्कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सामाजिक रूप से एकजुट होकर खड़े भी होना है।
📣 पाठकों से सवाल:
आप इस घटना पर क्या राय रखते हैं?
क्या आपको लगता है कि समाज को महिलाओं की सुरक्षा के लिए और कड़े कदम उठाने चाहिए?
नीचे कमेंट करें और अपनी राय साझा करें — आपकी आवाज़ ज़रूरी है।