प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मोतिहारी में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर से नए बिहार के निर्माण की बात कही। जैसे ही उन्होंने मंच से यह वादा दोहराया – “हम फिर से बनाएंगे नया बिहार,” – पूरा मैदान तालियों से गूंज उठा। यह केवल एक वादा नहीं, बल्कि उस राजनीतिक भरोसे का दोहराव था जिसे उन्होंने पिछले वर्षों में अपने काम से साबित करने की कोशिश की है।
🟢 एनडीए सरकार की वापसी को बताया ज़रूरी
मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में ही साफ कर दिया कि बिहार की प्रगति तभी संभव है जब एक बार फिर एनडीए सरकार सत्ता में आए। उन्होंने जनता से पूछा कि क्या वो फिर से विकास, सुशासन और तेज़ बदलाव देखना चाहते हैं। भीड़ का जवाब ज़ोरदार था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते सालों में बिहार में जो काम हुए हैं, वो एनडीए की नीतियों का ही परिणाम हैं। चाहे सड़क हो, बिजली हो, या गरीबों के लिए घर – हर क्षेत्र में बदलाव लाने का प्रयास किया गया है।
🟢 विपक्ष पर तीखा वार: “गरीबों तक योजनाएं कभी नहीं पहुंचाई”
मोदी ने विपक्षी दलों पर सीधा हमला करते हुए कहा कि जिन लोगों ने दशकों तक बिहार पर राज किया, उन्होंने सिर्फ वोटबैंक की राजनीति की, लेकिन आम जनता के हित में कभी गंभीरता से काम नहीं किया।
उन्होंने कहा कि गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासी – ये सभी सिर्फ चुनावी भाषणों तक सीमित रहे, वास्तविक लाभ इन्हें नहीं मिला। पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि पहले की सरकारों ने बिहार को सिर्फ राजनीतिक प्रयोगशाला की तरह इस्तेमाल किया।
इसलिए मैं कहता हूं- जो पिछड़ा है, वो हमारी प्राथमिकता है… pic.twitter.com/vJ0Q5O6T1q
— Narendra Modi (@narendramodi) July 18, 2025
🟢 “योजनाएं बनती थीं, लेकिन गरीब तक पहुंचती नहीं थीं”
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों के समय में योजनाएं सिर्फ फाइलों तक सीमित रहती थीं। उनका सीधा आरोप था कि पहले की व्यवस्था में भ्रष्टाचार और कमीशन का बोलबाला था। उन्होंने कहा कि जो पैसा गरीबों के लिए भेजा जाता था, वो बीच में ही गायब हो जाता था।
🟢 रोज़गार और युवा – मुख्य एजेंडा
अपने भाषण में मोदी ने युवाओं के भविष्य पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में बिहार को देश की सबसे बड़ी युवा शक्ति में बदलने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार पहले ही बिहार में कई कौशल विकास योजनाएं शुरू कर चुकी है, और ये अब और तेज़ी से आगे बढ़ेंगी।
साथ ही उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स, डिजिटल स्किल्स, टेक्नोलॉजी और AI के क्षेत्र में बिहार को एक नया आयाम देने की योजना है। मोदी ने वादा किया कि युवाओं को पढ़ाई के साथ-साथ रोज़गार के भी भरपूर मौके मिलेंगे।
🟢 किसानों और गांवों को जोड़ने की नई योजनाएं
मोदी ने अपने भाषण में कहा कि गांवों को अब सिर्फ अनाज पैदा करने का स्थान नहीं, बल्कि विकास के केंद्र के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने किसानों के लिए सिंचाई, फसल बीमा और मार्केटिंग की बेहतर व्यवस्था का आश्वासन दिया।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि “अब गांवों से शहरों की ओर पलायन नहीं, बल्कि गांवों में ही रोज़गार का निर्माण होगा।”
Grateful to the people of Bihar for the warm welcome. Here are glimpses from the programme in Motihari…. pic.twitter.com/9azvHN1AZu
— Narendra Modi (@narendramodi) July 18, 2025
🟢 नई सोच, नया विकास: बिहार को मिलेगी आधुनिकता की रफ्तार
प्रधानमंत्री ने स्मार्ट सिटी, एक्सप्रेसवे, डिजिटल सेवाओं और ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं जैसे क्षेत्रों में तेज़ बदलाव लाने का रोडमैप प्रस्तुत किया। उन्होंने दावा किया कि आने वाले 5 सालों में बिहार में डबल इंजन सरकार के ज़रिए वो काम किए जाएंगे, जो पहले कभी नहीं हुए।
मोदी ने कहा कि अबकी बार का बिहार सिर्फ बुनियादी ढांचे का ही नहीं, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, और तकनीक में भी अग्रणी होगा।
🟢 स्थानीय भाषा और भावनाओं से जोड़ा संवाद
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में स्थानीय भाषा और मुहावरों का प्रयोग कर जनता से सीधा जुड़ाव बनाने की कोशिश की। उन्होंने जनता को याद दिलाया कि जब भी बिहार खड़ा होता है, देश बदलता है।
भीड़ से संवाद करते हुए उन्होंने कहा – “बिहार की जनता ने हमेशा परिवर्तन का नेतृत्व किया है। अब समय है फिर से इतिहास रचने का।”
🟢 राजनीतिक समीकरण और चुनावी संकेत
पीएम मोदी ने बिना किसी दल का नाम लिए, विपक्षी गठबंधन पर तंज किया और कहा कि “एक तरफ पारिवारिक पार्टियों का गठजोड़ है, दूसरी तरफ जनता का भरोसा”। उन्होंने ये स्पष्ट कर दिया कि एनडीए किसी सियासी मजबूरी नहीं बल्कि जनता की पसंद है।
देशभर में सुरक्षा और सुशासन के सवाल जिस तरह से राष्ट्रीय विमर्श का हिस्सा बने हैं, दिल्ली में हाल ही में 45 स्कूलों में बम की धमकी वाला ईमेल मिलने की घटना ने भी सरकारों को सतर्क किया है। इस घटना की पूरी रिपोर्ट यहाँ पढ़ें। ऐसे माहौल में प्रधानमंत्री द्वारा “मजबूत सरकार” पर दिया गया ज़ोर और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
आज मोतिहारी में लोगों को पक्के घर की चाबी सौंपकर मन को बहुत संतोष हुआ है। pic.twitter.com/e1pWLZfe0Z
— Narendra Modi (@narendramodi) July 18, 2025
🟢 क्या बिहार अब बनेगा ‘विकास मॉडल’?
मोदी के भाषण से साफ झलकता है कि 2025 के चुनावों के लिए विकास और पारदर्शिता ही प्रमुख मुद्दे होंगे। उन्होंने यह विश्वास जताया कि बिहार की जनता एक बार फिर विकास के पक्ष में वोट करेगी।
उन्होंने ये भी कहा कि पहले की सरकारों ने सिर्फ बातें कीं, लेकिन एनडीए सरकार ने काम करके दिखाया।
🟢 जनता तय करेगी बिहार का भविष्य
अब सवाल यह है कि क्या मोदी की अपील जनता को प्रभावित करेगी? रैली में भीड़ ज़रूर थी, लेकिन चुनावों में मतदाताओं का मिज़ाज ही सबसे बड़ी निर्णायक शक्ति होगी।
मोदी ने तो अपनी बात कह दी है – अब देखना है कि जनता कितना साथ देती है।