बीते दिनों जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले के पीछे जिस प्रकार से विदेशी हाथ की पुष्टि हुई, उसने सुरक्षा एजेंसियों को पूरी तरह सतर्क कर दिया।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत हुई कार्रवाई के दौरान भारत ने स्पष्ट कर दिया कि अब आतंकवाद को झेलने का युग समाप्त हो चुका है।
भारत की तरफ़ से जवाबी रणनीति केवल सैन्य स्तर पर सीमित नहीं रही, बल्कि यह एक व्यापक संदेश था कि अब कूटनीतिक सौजन्य से पहले आतंक का सफाया होगा।
Big: Another Surrender!
“Asim Munir (Pak army chief/ owner of Pakistan) is promising world leaders that Pakistan won’t escalate if India stops here”
– Rana Sanaullah, Sp Assistant to Pak PM pic.twitter.com/aQA6qHIFZ0
— Pakistan Untold (@pakistan_untold) May 7, 2025
🔶 भारत का बदला रुख: जवाब में नहीं, अब नियति तय करने की नीति
पहलगाम में हुए हमले के बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं दी, बल्कि पहले से कहीं ज्यादा संगठित, सटीक और रणनीतिक कार्रवाई की। LOC पर जवाबी हमले और ड्रोन हमलों की विफलता ने यह दर्शा दिया कि भारत अब भविष्य की घटनाओं को मूल से निष्क्रिय करने की रणनीति पर चल रहा है।
इस बदलते रुख के चलते राजस्थान और पंजाब की सीमाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया।
दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के बाद राजस्थान और पंजाब के बॉर्डर सील कर दिए गए थे और मिसाइलें तैनात कर दी गईं थीं — यह सब कुछ दर्शाता है कि भारत अब हर मोर्चे पर तैयार है।
Pakistan Army chief Asim Munir says, Hindu & Muslim can’t live together
Here Col Sofiya Qureshi & Wg Cmdr Vyomika Singh giving be!t treatment to Pak sponsored Terror!sm
India has proven Pakistan wrong, Once again 🙌#IndiaPakistanWar #OperationSindoor
pic.twitter.com/IhEWDiSS3W— 𝗩eena Jain (@DrJain21) May 7, 2025
🔶 ऑपरेशन सिंदूर: केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, एक व्यापक कूटनीतिक चेतावनी
‘सिंदूर’ नाम का यह ऑपरेशन केवल प्रतीक नहीं, बल्कि रणनीतिक संकल्प का दूसरा नाम बन गया है। इस अभियान में भारतीय सेना ने जिन जगहों को टारगेट किया, वो आतंकवाद के पनपते अड्डे माने जाते थे। साथ ही यह कार्रवाई असीम मुनीर के नेतृत्व को चुनौती देने वाली थी।
🔶 असीम मुनीर: रणनीति या विफलता का नाम?
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की भूमिका को लेकर सवाल पहले भी उठते रहे हैं। लेकिन पहलगाम हमले और उसके बाद की घटनाओं में उनकी सीधी संलिप्तता की संभावना को सुरक्षा विश्लेषकों ने बेहद गंभीरता से लिया है।
Asim Munir overthrown as Pak Army Chief by General Sahir Shamshad Mirza.
Another precision strike after the Air Defence System, F-16 and FJ17 taken down.
How’s the Josh Islamabad? #IndiaPakistanWar #IndianArmy #OperationSindhoor pic.twitter.com/EsPX6RvRaA— Pranav (@PranavMatraaPPS) May 8, 2025
🔶 ज़मीनी असर: जम्मू-कश्मीर से लेकर पंजाब तक सुरक्षा का दायरा
सिर्फ जम्मू-कश्मीर ही नहीं, पंजाब भी इन घटनाओं के असर से अछूता नहीं रहा।
हाल ही में पंजाब के अमृतसर जिले के कई गांवों में रात के समय विस्फोटों के बाद मिसाइल के टुकड़े बरामद हुए — जिससे यह साफ हो गया कि पाकिस्तान की हरकतें सीमित नहीं हैं।
इन घटनाओं के बाद, न केवल पंजाब बल्कि पूरे उत्तर भारत में अलर्ट स्तर बढ़ा दिया गया है। और इससे भारत की खुफिया व निगरानी तंत्र की सतर्कता भी सामने आई है।
🔶 तकनीक, ताक़त और तत्परता: भारत की नई सैन्य परिभाषा
भारत अब सिर्फ़ गोली से नहीं, जानकारी और तकनीक से भी लड़ाई लड़ रहा है।
ड्रोन हमलों को रोकने, और सीमाओं पर सक्रिय निगरानी का दायरा बढ़ाने जैसे कदम इस दिशा में मजबूती से उठाए जा रहे हैं।
🔶 निष्कर्ष
भारत का नया सैन्य-राजनीतिक मॉडल यह स्पष्ट कर चुका है कि अब कोई आतंक समर्थक व्यक्ति या व्यवस्था ‘face-saving exit’ की उम्मीद न रखे।
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