पंजाब के बटाला क्षेत्र में एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम करते हुए, पंजाब पुलिस ने ISI-समर्थित खालिस्तानी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। इस ऑपरेशन में बब्बर खालसा संगठन से जुड़े 6 खतरनाक आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। सभी आतंकवादी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में थे, और भारत में बड़ी आतंकी वारदात की तैयारी कर रहे थे।
🚨 ऑपरेशन की इनसाइड स्टोरी
इस पूरे ऑपरेशन की शुरुआत तब हुई जब खुफिया एजेंसियों ने पुलिस को एक संदिग्ध वाहन की सूचना दी। बटाला के बाहरी इलाके में चल रही इस जांच के दौरान पुलिस टीम पर अचानक फायरिंग शुरू हो गई, जिसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई में आतंकियों को घेर लिया।
करीब तीन घंटे चले एनकाउंटर के बाद पुलिस ने 6 आतंकवादियों को जिंदा पकड़ा, जो कि एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इस दौरान किसी भी पुलिसकर्मी को कोई नुकसान नहीं हुआ।
🔸“बटाला के पास चली गोलियों की गूंज, आतंकवादियों को घेरने में लगी पूरी फोर्स”
In a major breakthrough against #Pakistan‘s ISI-backed terror networks, @BatalaPolice busts a #BKI terror module operated by foreign-based handlers Maninder Billa & Mannu Agwan on the directions of Harwinder Singh Rinda, arresting six operatives: Jatin Kumar @ Rohan, Barinder… pic.twitter.com/CxZTtsppeI
— DGP Punjab Police (@DGPPunjabPolice) May 20, 2025
👤 गिरफ्तार आतंकियों की पहचान और पृष्ठभूमि
पकड़े गए आतंकियों की पहचान निम्नलिखित है:
- जसपाल सिंह (उम्र 28) – अमृतसर निवासी, पहले भी हथियार तस्करी में गिरफ्तार
- रंजीत सिंह (उम्र 30) – गुरदासपुर निवासी, सोशल मीडिया से कट्टरपंथी बना
- गुरप्रीत सिंह (उम्र 25) – कनाडा में बैठे खालिस्तानी नेताओं के संपर्क में
- हरजीत सिंह (उम्र 32) – बब्बर खालसा का सक्रिय सदस्य
- बलविंदर सिंह (उम्र 29) – विस्फोटक उपकरणों का एक्सपर्ट
- सरबजीत सिंह (उम्र 31) – सोशल नेटवर्किंग के जरिए युवाओं को बहकाने वाला
इन सभी के पास से फर्जी पासपोर्ट, पाकिस्तानी नंबर से एक्टिवेटेड सिम कार्ड और कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए हैं।
🔸 “इनमें से दो आतंकी पहले भी अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार हो चुके थे।”
🇵🇰 ISI की भूमिका और पाकिस्तान कनेक्शन
जांच में यह खुलासा हुआ है कि यह मॉड्यूल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI द्वारा प्रायोजित था। आतंकियों को सीमा पार से न केवल हथियार और पैसे मिल रहे थे, बल्कि ड्रोन के जरिए संचार और सामग्री भेजी जा रही थी।
ISI का उद्देश्य भारत में धार्मिक अस्थिरता और दंगे फैलाना था। पकड़े गए आतंकियों से यह भी पता चला है कि वे नई दिल्ली, चंडीगढ़ और मुंबई में टारगेट खोज रहे थे।
🔸 “ISI ने भारत के अंदरूनी हालात अस्थिर करने के लिए इन्हें सक्रिय किया था।”
🔫 जब्त हथियार और तकनीकी साजो-सामान
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार और उपकरण जब्त किए, जिनमें शामिल हैं:
- 3 AK-56 राइफल
- 8 हैंड ग्रेनेड्स
- विदेशी निर्मित सैटेलाइट फोन
- नकली आईडी कार्ड
- पाकिस्तानी मुद्रा
इसके अलावा एक डिजिटल मैप भी मिला है, जिसमें पुलिस स्टेशनों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को चिन्हित किया गया था।
🔸 “AK-56, हैंड ग्रेनेड्स और विदेशी सैटेलाइट फोन भी बरामद”
👮♂️ पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियों का साहस
इस सफलता का श्रेय जाता है पंजाब पुलिस, NIA और IB की संयुक्त टीम को, जिन्होंने समन्वय से इस अभियान को अंजाम दिया। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा:
“यह सिर्फ एक आतंकी मॉड्यूल नहीं, बल्कि भारत की अखंडता पर हमला था। हमारी पुलिस फोर्स ने अपने साहस से देश को बड़ा नुकसान होने से बचा लिया।”
🔸 “पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने संयुक्त रूप से इस साजिश को नाकाम किया”
🗣️ राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं
इस ऑपरेशन की खबर फैलते ही सामाजिक मीडिया पर पंजाब पुलिस की सराहना की जाने लगी। ट्विटर पर #SalutePunjabPolice ट्रेंड करने लगा।
मुख्यमंत्री भगवंत मान और गृह मंत्री अमित शाह ने कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि आतंकवाद के प्रति ‘ज़ीरो टॉलरेंस नीति’ अपनाई जाएगी।
गौर करने वाली बात यह है कि पंजाब इन दिनों लगातार संकटों से गुजर रहा है – जैसे कि हाल ही में अमृतसर में ज़हरीली शराब से हुई 15 मौतों की दर्दनाक घटना, जिसकी रिपोर्ट आप यहाँ विस्तार से पढ़ सकते हैं।
🔸 “लोगों ने पुलिस के कार्य पर गर्व जताते हुए सोशल मीडिया पर चलाया #SalutePunjabPolice”
🔐 भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा पर इसका असर
यह ऑपरेशन दिखाता है कि भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं दे रहा, बल्कि proactive कार्रवाई कर रहा है। देश की सुरक्षा एजेंसियों को पता है कि दुश्मन अब सिर्फ सीमा पर नहीं बल्कि डिजिटल और सोशल फ्रंट पर भी लड़ाई लड़ रहे हैं।
ISI और खालिस्तानी संगठनों का युवाओं को कट्टरता की ओर मोड़ने का एजेंडा सामने आ रहा है, जिसे रोकना आज की सबसे बड़ी चुनौती है।
🔸“खालिस्तानी नेटवर्क को नष्ट करना आज की सबसे बड़ी प्राथमिकता है।”
🧭सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार
पंजाब पुलिस की इस कार्रवाई ने न सिर्फ एक बड़ी साजिश को रोका, बल्कि पूरे देश को यह संदेश भी दिया कि जब सुरक्षा एजेंसियां सजग होती हैं, तो कोई दुश्मन कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
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क्या आपको लगता है कि ऐसे मॉड्यूल्स को जड़ से खत्म करने के लिए और कठोर कानून बनाए जाने चाहिए?
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