मुंबई एक बार फिर बारिश की मार झेल रही है। 25 और 26 मई को हुई तेज़ बारिश ने मायानगरी की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मुंबई और ठाणे के कई इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी अगले 48 घंटों के लिए है, जिसमें अत्यधिक भारी वर्षा की आशंका जताई गई है। मुंबई के उपनगरों सहित कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन गई है और जनजीवन प्रभावित हो गया है।
IMD ने जारी किया रेड अलर्ट: कहां-कहां असर
IMD के मुताबिक, मुंबई, ठाणे, पालघर, नवी मुंबई, रायगढ़ और आसपास के इलाकों में मौसमी दबाव के कारण मूसलाधार बारिश हो रही है।
रेड अलर्ट का मतलब है कि किसी क्षेत्र में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा (204.5 मिमी से अधिक) होने की संभावना है।
🔸 मुख्य बिंदु:
- मौसम विभाग ने 26 से 28 मई तक तेज़ हवाओं और भारी बारिश की चेतावनी दी है।
- समुद्र तट के नजदीकी इलाकों में तूफानी लहरें उठने का खतरा है।
- अगले दो दिनों तक बारिश की तीव्रता बनी रहने की संभावना है।
🚨 First Cloudburst in 2025 for Mumbai ⛈️🌊
Nariman Point in between 9-10 AM has recorded a mammoth 104 mm rains! 🫨
Source – IMD AWS #MumbaiRains pic.twitter.com/iYBTLf7LN1— Mumbai Rains (@rushikesh_agre_) May 26, 2025
🚇 लोकल ट्रेन सेवाएं और सड़क यातायात पर असर
मुंबई की जीवन रेखा मानी जाने वाली लोकल ट्रेन सेवाएं भी बारिश के कहर से अछूती नहीं रहीं। सेंट्रल और वेस्टर्न रेलवे की अधिकांश ट्रेनें 20 से 40 मिनट की देरी से चल रही हैं। कुछ ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द भी की गईं हैं।
चर्चगेट से वसई और सीएसएमटी से कर्जत/कल्याण के बीच यातायात प्रभावित रहा। रेलवे ट्रैक पर जलभराव के कारण ट्रेनों की गति धीमी कर दी गई है।
इसके अलावा, मुंबई की कई प्रमुख सड़कों — जैसे कि एलबीएस मार्ग, सायन सर्किल, हिंदमाता, चेम्बूर और गोरेगांव में जलभराव की वजह से ट्रैफिक पूरी तरह ठप हो गया।
🔹 मुख्य बातें:
- लोकल ट्रेनें औसतन 30 मिनट लेट।
- चर्चगेट-वसई, सीएसएमटी-कर्जत सेक्शन प्रभावित।
- एलबीएस रोड, चेम्बूर और दादर में भारी जलभराव।
इस बीच, एक और रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार, बेंगलुरु में भी भारी बारिश ने कहर ढाया है जहां एक वृद्ध और एक 12 वर्षीय बच्चा करंट लगने से मारे गए। इस दुखद घटना की पूरी जानकारी यहाँ पढ़ें, जो बारिश के खतरनाक परिणामों की गंभीरता को दर्शाती है।
सड़कों पर जलभराव, ट्रैफिक जाम का संकट
सिर्फ रेल नहीं, सड़क यातायात भी भारी बारिश के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ।
मुंबई के प्रमुख चौराहों और अंडरपासों में जलभराव की स्थिति बन गई, जिससे वाहन चालकों को कई घंटों तक जाम में फंसे रहना पड़ा।
🔸 प्रमुख प्रभावित सड़कें:
- दादर, परेल, हिंदमाता, बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स
- अंधेरी सबवे और सायन अंडरपास जलमग्न
प्रशासन सतर्क: BMC और NDRF अलर्ट पर
BMC ने पहले से तैयारियों का दावा किया था, लेकिन हकीकत में कई जगह नाले ओवरफ्लो हो गए और ड्रेनेज सिस्टम फेल होता नजर आया।
🔸 प्रशासनिक कदम:
- NDRF की 4 टीमें मुंबई में तैनात
- BMC ने हेल्पलाइन नंबर 1916 और वाट्सऐप हेल्प डेस्क शुरू किया
- 200 से अधिक जलभराव स्थलों की पहचान की गई
🔸 स्कूल और कॉलेज बंद:
- मुंबई और ठाणे में स्कूल-कॉलेजों को एहतियातन बंद कर दिया गया है
- कई निजी संस्थानों ने वर्क फ्रॉम होम का विकल्प दिया
Thunderstorm accompanied with lightning and intense spells of rain with gusty winds reaching 50-60 kmph very likely to occur at isolated places in the districts of Mumbai during next 3-4 hours. Take precautions while moving out. -IMD MUMBAI@moesgoi @ndmaindia @airnewsalerts… pic.twitter.com/DX6MSo8UUm
— India Meteorological Department (@Indiametdept) May 26, 2025
बीते वर्षों से तुलना: क्या बदला?
मुंबई में बारिश कोई नई बात नहीं है, लेकिन हर साल इससे निपटने की तैयारियों पर सवाल उठते रहे हैं।
2005 की भीषण बाढ़ में शहर पूरी तरह ठहर गया था। इस बार वैसी स्थिति नहीं बनी, लेकिन जलभराव और ट्रैफिक जाम की पुनरावृत्ति जरूर हुई।
🔸 2019 बनाम 2025:
- 2019 में भी IMD ने ऐसा ही रेड अलर्ट जारी किया था
- इस बार BMC की तकनीकी तैयारी बेहतर दिखी लेकिन मैदानी अमल कमजोर रहा
जनता के लिए सुझाव: सतर्कता ही सुरक्षा
बारिश के मौसम में सुरक्षा के लिए नागरिकों को कुछ खास सावधानियां बरतनी चाहिए:
🔹 क्या करें:
- अनावश्यक यात्रा से बचें
- मोबाइल में मुंबई रेन ऐप रखें
- घर में ज़रूरी सामान का स्टॉक रखें
🔹 क्या न करें:
- जलभराव वाले इलाकों से न गुजरें
- लाइव इलेक्ट्रिक तारों से दूर रहें
- अफवाहों पर ध्यान न दें
भविष्य की चेतावनी: जलवायु परिवर्तन का संकेत?
विशेषज्ञ मानते हैं कि इस तरह की लगातार तेज बारिशें जलवायु परिवर्तन का परिणाम हो सकती हैं।
मुंबई जैसे महानगरों को अब इन्फ्रास्ट्रक्चर और ड्रेनेज सिस्टम को और मज़बूत करने की ज़रूरत है।
संभलें, सजग रहें
मुंबई एक जीवंत और तेज़ रफ्तार शहर है, लेकिन बारिश जैसे हालात इसकी गति को थाम देते हैं।
इस बार फिर साबित हो गया कि प्रकृति के आगे मानव व्यवस्था को लगातार अपग्रेड करने की आवश्यकता है।
👉 प्रशासन को चाहिए कि वह स्थायी समाधान की दिशा में कदम उठाए, और नागरिकों को चाहिए कि वे सतर्कता और सहयोग बनाए रखें।