पाकिस्तान ने एक भारतीय राजनयिक को ‘Persona Non Grata’ घोषित करते हुए 24 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया है। यह कार्रवाई भारत द्वारा इसी सप्ताह एक पाकिस्तानी राजनयिक को निष्कासित किए जाने के जवाब में की गई है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि यह कदम “न्यायसंगत और पारस्परिक” है।
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान के बीच राजनयिक तनाव को हवा दी है। जहां भारत ने पाकिस्तानी राजनयिक पर अस्वीकार्य गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया, वहीं पाकिस्तान ने उसी आधार पर भारतीय प्रतिनिधि को देश छोड़ने को कहा।
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई: भारतीय राजनयिक को निष्कासित किया गया
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने मंगलवार को बयान जारी कर बताया कि एक भारतीय राजनयिक को ‘Persona Non Grata’ करार दिया गया है और 24 घंटे के भीतर देश छोड़ने के लिए कहा गया है।
इस बयान में कहा गया कि भारत द्वारा इस सप्ताह की गई कार्रवाई के जवाब में पाकिस्तान ने यह कदम उठाया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इसे “कूटनीतिक संतुलन बनाए रखने के लिए जरूरी” बताया।
“पाकिस्तान भारत की कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य मानता है,” बयान में कहा गया।
हालांकि पाकिस्तान ने निष्कासित किए गए भारतीय राजनयिक का नाम उजागर नहीं किया, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह अधिकारी इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से जुड़ा था।
🛑🛑 The Ministry of External Affairs declared the Pakistani diplomat persona non grata for spying on India, asks him to leave within 24 hours.
Case :
Malerkotla Police apprehends two individuals for their alleged involvement in espionage pic.twitter.com/CxAjjM0uBC— Naren Mukherjee (@NMukherjee6) May 13, 2025
भारत ने पहले पाकिस्तानी राजनयिक को निष्कासित किया था
इससे पहले भारत ने एक पाकिस्तानी राजनयिक को “अस्वीकार्य गतिविधियों” में शामिल होने के आरोप में ‘Persona Non Grata’ घोषित करते हुए 24 घंटे में देश छोड़ने को कहा था।
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा था कि संबंधित अधिकारी भारत की आंतरिक सुरक्षा के खिलाफ गतिविधियों में शामिल था, जो वियना समझौते का उल्लंघन है।
भारत ने यह कदम स्पष्ट रूप से कड़ा लेकिन वैध करार दिया। मंत्रालय ने कहा, “किसी भी देश की संप्रभुता और सुरक्षा से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।”
इस कार्रवाई के बाद यह आशंका जताई जा रही थी कि पाकिस्तान भी जवाबी कदम उठा सकता है, और ऐसा ही हुआ।
क्या होता है ‘Persona Non Grata’?
‘Persona Non Grata’ एक लैटिन शब्द है, जिसका अर्थ है “अवांछित व्यक्ति”।
राजनयिक शब्दावली में, यदि कोई देश किसी विदेशी राजनयिक को Persona Non Grata घोषित करता है, तो वह अधिकारी उस देश में अब सेवा नहीं दे सकता और उसे जल्द से जल्द देश छोड़ना होता है।
यह कदम आमतौर पर तब उठाया जाता है जब उस राजनयिक पर गंभीर आरोप या जासूसी जैसी गतिविधियों में लिप्त होने का शक हो।
वियना कन्वेंशन 1961 के अनुसार, किसी भी मेज़बान देश को यह अधिकार है कि वह बिना कारण बताए किसी भी विदेशी राजनयिक को निष्कासित कर सकता है।
क्या बढ़ेगा तनाव? भारत-पाकिस्तान संबंधों पर असर
भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध पहले से ही संवेदनशील और सीमित संवाद तक सिमटे हुए हैं। इस हालिया घटनाक्रम ने कूटनीतिक मोर्चे पर दोनों देशों को और अधिक अलग कर दिया है।
पिछले वर्षों में भी इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं जब दोनों देशों ने एक-दूसरे के अधिकारियों को निष्कासित किया हो। लेकिन हर बार यह घटनाएं सिर्फ जवाबी कार्रवाई तक ही सीमित रही हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, “ऐसी घटनाएं दोनों देशों के बीच वार्तालाप को बाधित करती हैं, जो क्षेत्रीय शांति के लिए जरूरी है।”
हाल ही में, भारत में ऑपरेशन सिंदूर जैसी सैन्य रणनीतियों की ऐतिहासिक सफलता ने यह दिखाया है कि देश की सुरक्षा और कूटनीति दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। ऐसे में डिप्लोमैटिक संबंधों का संतुलन बनाए रखना और भी आवश्यक हो जाता है।
🚨 BREAKING NEWS
A Pakistani official at High Commission has been declared persona non grata for actions inconsistent with diplomatic status.
— Ordered to leave India within 24 hrs: MEA pic.twitter.com/JHRVbswq09
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) May 13, 2025
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्या हो सकता है असर?
अब सवाल उठता है कि क्या इस घटनाक्रम का कोई अंतरराष्ट्रीय प्रभाव भी पड़ेगा?
- संयुक्त राष्ट्र जैसे वैश्विक मंच पर दोनों देशों की कूटनीतिक गतिविधियों पर नजर रहती है।
- क्षेत्रीय स्थिरता के लिए अमेरिका, रूस और यूरोपीय संघ जैसी शक्तियां तनाव कम करने की अपील कर सकती हैं।
- हालांकि यह मामला फिलहाल द्विपक्षीय लगता है, लेकिन लंबे समय तक जारी तनाव वैश्विक मंचों पर चर्चा का विषय बन सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में अपने एक संबोधन में देश के बहादुर सैनिकों की वीरता को हर मां, बहन और बेटी को समर्पित करते हुए कहा था कि भारत की ताकत सिर्फ हथियारों में नहीं, जनता के आत्मबल और रणनीतिक सोच में भी है। पूरा भाषण पढ़ें यहां।
अब आगे क्या? दोनों देशों के लिए रास्ते और विकल्प
हालांकि दोनों देशों ने इस मुद्दे पर कूटनीतिक प्रक्रिया का पालन किया, लेकिन इस स्थिति को और न बिगड़ने देने के लिए संवाद आवश्यक है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अब आवश्यकता है कि दोनों देश सीमित संवाद को बहाल रखें और किसी भी कार्रवाई को आगे बढ़ाने से पहले राजनयिक चैनलों के माध्यम से समाधान निकालें।
भारत और पाकिस्तान जैसे परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच तनाव केवल द्विपक्षीय नहीं रह जाता, यह क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय बन जाता है।
“एक मजबूत कूटनीतिक नेटवर्क ही ऐसे संकटों से निपटने में सहायक हो सकता है,” यह कहना है एक वरिष्ठ विदेश नीति विशेषज्ञ का।
आपकी राय क्या है?
क्या आपको लगता है कि ऐसे मामलों में संयम और संवाद ही सही रास्ता है?
नीचे कमेंट में जरूर बताएं कि क्या ‘Persona Non Grata’ जैसी कार्रवाइयों से रिश्ते सुधरते हैं या बिगड़ते हैं?