हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों को तंबाकू से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करना होता है। यह दिन तंबाकू उत्पादों के सेवन को कम करने और एक स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के लिए प्रेरित करता है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2025 की थीम क्या है?
2025 में विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम है — “Protecting Children from Tobacco Industry Interference” यानी “बच्चों को तंबाकू उद्योग के प्रभाव से बचाना”। इस साल का फोकस युवा वर्ग को तंबाकू कंपनियों के आकर्षण से बचाना और उन्हें स्वस्थ आदतों की ओर प्रेरित करना है।
World No Tobacco Day is Saturday, May 31! pic.twitter.com/g7WFpmLNhy
— LaSalleCountyHealth (@LaSalleCoHealth) May 28, 2025
इतिहास: तंबाकू निषेध दिवस की शुरुआत कब और क्यों हुई?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 1987 में इस दिन की शुरुआत की थी। तंबाकू से संबंधित बीमारियों और मृत्यु दर में वृद्धि को देखते हुए, WHO ने 31 मई को तंबाकू निषेध दिवस घोषित किया। इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर तंबाकू सेवन में कमी लाना और सरकारों को सख्त नीतियां लागू करने के लिए प्रेरित करना है।
Tempting flavors. Bright colors. Deceptive product design. The tobacco industry uses these tactics and more to attract and retain customers. Help us unmask the appeal this World No Tobacco Day. #tobaccoexposed #worldnotobaccoday pic.twitter.com/V881Y9I91k
— Institute for Global Tobacco Control (@IGTC_Hopkins) May 27, 2025
तंबाकू के सेवन से होने वाले प्रमुख नुकसान
- कैंसर: खासकर फेफड़ों, मुंह, गले और पेट का कैंसर।
- हृदय रोग: हार्ट अटैक और हाई ब्लड प्रेशर की आशंका बढ़ जाती है।
- फेफड़ों की बीमारी: जैसे ब्रोंकाइटिस और क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD)।
- गर्भवती महिलाओं में जोखिम: समय से पहले प्रसव या शिशु का वजन कम होना।
- दूसरे लोगों को भी खतरा: पैसिव स्मोकिंग यानी आसपास के लोगों को भी तंबाकू धुएं से नुकसान होता है।
युवाओं में तंबाकू की लत और उसके चार
तंबाकू कंपनियां अक्सर युवाओं को लक्षित करती हैं। वो आकर्षक पैकेजिंग, विज्ञापन और सोशल मीडिया कैंपेन के जरिए युवाओं को लुभाने का प्रयास करती हैं। इसके अलावा:
- किशोर अवस्था में प्रभाव: इस उम्र में जिज्ञासा और साथियों का दबाव अधिक होता है।
- सिगरेट या गुटखे को स्टाइल समझना: युवा इसे फैशन या मर्दानगी से जोड़ लेते हैं।
- आसपास का माहौल: अगर परिवार या मित्रों में कोई तंबाकू सेवन करता है, तो असर पड़ता है।
WHO और भारत सरकार की प्रमुख पहल
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) दुनियाभर में तंबाकू निषेध के लिए कई अभियान चलाता है:
- Framework Convention on Tobacco Control (FCTC) समझौता
- सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर रोक
- तंबाकू उत्पादों पर चेतावनी चित्र
- तंबाकू विज्ञापन पर रोकथाम
भारत सरकार ने भी कई अहम कदम उठाए हैं:
- COTPA कानून (2003): सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान पर प्रतिबंध।
- 95% पैक पर चेतावनी चित्र: सिगरेट/गुटखा के पैकेट पर डरावने चित्र दिखाए जाते हैं।
- स्कूलों के पास तंबाकू बिक्री पर रोक।
तंबाकू से कैसे बचें? जानिये असरदार उपाय
- “ना” कहना सीखें: किसी के ऑफर को मना करने में झिझक न करें।
- विकल्प अपनाएं: तंबाकू की तलब लगने पर च्युइंग गम या माउथ फ्रेशनर का इस्तेमाल करें।
- परिवार और मित्रों का सहयोग लें।
- मन बहलाव: ध्यान, योग, वॉक या कोई हॉबी अपनाएं।
तंबाकू छोड़ने के घरेलू नुस्खे
- अदरक और शहद: दोनों को मिलाकर लेने से तंबाकू की तलब कम होती है।
- मुलेठी: इसे चबाने से मुंह की तलब शांत होती है।
- नींबू पानी: डिटॉक्स में मददगार होता है।
- तुलसी के पत्ते: इन्हें चबाना लाभकारी होता है।
- काढ़ा: सौंठ, दालचीनी, काली मिर्च का काढ़ा पीना फेफड़ों की सफाई में सहायक है।
तंबाकू से दूरी, स्वास्थ्यक जीवन की गैरंटी
विश्व तंबाकू निषेध दिवस केवल एक दिन नहीं, बल्कि एक आंदोलन है। यह दिन हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि तंबाकू से दूरी बनाकर हम न सिर्फ अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि अपने परिवार और समाज को भी सुरक्षित रख सकते हैं।
हमारे समाज को स्वस्थ और जागरूक बनाना तभी संभव है जब हम तंबाकू जैसी जानलेवा आदतों को पूरी तरह त्याग दें। जिस तरह से D Gukesh ने मात्र 19 साल की उम्र में शतरंज की दुनिया में एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की, वैसे ही हर युवा अपनी जिंदगी में एक सकारात्मक मोड़ ला सकता है – तंबाकू से दूरी बनाकर।
इस 31 मई, आइए एक संकल्प लें — “तंबाकू से नहीं, जीवन से दोस्ती करें।”